Sita navami status whatsapp status 2020

Sita navami status whatsapp status 2020 in hindi and english :-
Sita navami status whatsapp status 2020. पौराणिक ग्रंथों के अनुसार बैसाख मास में शुक्ल पक्ष की नवमी को माता जानकी की उत्पत्ति हुई। इस साल 2 मई को जानकी नवमी मनाई जाएगी। इस दिन लोग माता जानकी के लिए व्रत रखते हैं। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन प्रभु श्रीराम और माता जानकी को विधि-विधान पूर्वक पूजा आराधना करने से व्रती को अमोघ फल की प्राप्ति होती है। साथ ही व्रती को मनोवांछित फलों की प्राप्ति भी होती है।
Happy sita navami status whatsapp status in hindi :-
आरति श्रीजनक-दुलारी की। सीताजी रघुबर-प्यारी की।।
जगत-जननि जगकी विस्तारिणि, नित्य सत्य साकेत विहारिणि।
जगत-जननि जगकी विस्तारिणि, नित्य सत्य साकेत विहारिणि।
परम दयामयि दीनोद्धारिणि, मैया भक्तन-हितकारी की।।
आरति श्रीजनक-दुलारी की।
आरति श्रीजनक-दुलारी की।

नारी का मान स्थापित किया सीता ने।
कहलाए मर्यादा पुरूषोत्तम श्री राम।।
नाक कटाई शूपर्णखा ने जो।
पर प्रबल रहा रावण का अभिमान।।
जितने दुख सहे सीता ने भले उतने दुख कौन सहता है।
जितना त्याग किया श्री राम ने भला उतना त्याग कौन करता है।।
कहलाए मर्यादा पुरूषोत्तम श्री राम।।
नाक कटाई शूपर्णखा ने जो।
पर प्रबल रहा रावण का अभिमान।।
जितने दुख सहे सीता ने भले उतने दुख कौन सहता है।
जितना त्याग किया श्री राम ने भला उतना त्याग कौन करता है।।

उसके इश्क़ में सीता होना था मुझे
और मैं मीरा दिवानी हो गई….
चलते चलते पता ही ना चला मुझे
कब मैं उससे अलग कहानी हो गई।।
और मैं मीरा दिवानी हो गई….
चलते चलते पता ही ना चला मुझे
कब मैं उससे अलग कहानी हो गई।।

जानती हूँ राम बनना आसान नहीं किन्तु,
सीता सा कठोर होना भी कहां तक सम्भव हो पायेगा?
जो युग युग से जली है अग्निपरीक्षा में
उसे निर्बल समझना उसका अपमान ही कहलाएगा
सीता सा कठोर होना भी कहां तक सम्भव हो पायेगा?
जो युग युग से जली है अग्निपरीक्षा में
उसे निर्बल समझना उसका अपमान ही कहलाएगा

लोगो का हर कहा मानोगे ।
लोगो की बात विचारोंगे ।
मर्यादा पुरुषोत्तम बनने की खातिर,
खुद का घर उजाड़ोगे ।
फिर किसी अपने को तुम,
पवित्र सीता की तरहा त्यागोगे ।
अगर;
लोगो का हर कहा मानोगे।
लोगो की बात विचारोंगे ।
मर्यादा पुरुषोत्तम बनने की खातिर,
खुद का घर उजाड़ोगे ।
फिर किसी अपने को तुम,
पवित्र सीता की तरहा त्यागोगे ।
अगर;
लोगो का हर कहा मानोगे।

सुबह में रामायण शाम में गीता बन जाना ,
मुझे राम बनाकर खुद सीता बन जाना ।।
मुझे राम बनाकर खुद सीता बन जाना ।।
यह व्रत करने से कन्यादान या चारधाम तीर्थ यात्रा समतुल्य फल की प्राप्ति होती है। ऐसी मान्यता है कि सीता नवमी के दिन सुहाग की वस्तुएं दान करने से व्रती को कन्या दान के समान फल प्राप्त होता है। ऐसे में इस दिन कुमकुम, बिंदी आदि चीज़ों का दान जरूर करें।